निज भाशा उन्नति अहॆ सब उन्नति को मूल
बिनु निज भाशा के मिटॆ न हिय को शूल।
यह वाक्य भारतेन्दु बाबा हरिशचन्द्र जी के है जो यहि बखान करते है की हिन्दी जो हमारी राश्ट्र भाशा है उसकी उन्नती के साथ ही हमारी उन्नती सम्भ्व है, आजकल लोग अंग्रेजी भाशा बोलने वालो को समाज मे पडा लिखा और समान्न की द्रश्ती से देख्ते है वो पद हिन्दी को क्यो नहीं जबकी यह तो हमारी राश्ट्र भाशा है । लोग यह बहाना बनाते हुए दिखते है कि अंग्रेजी अन्तराश्ट्रीय भाशा है जबकि पुरे विश्व मे सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाशा तो चीनी है और अन्य राश्ट्र जॆसॆ रुस, चीन, जापान, फ़्रांस आदि विदेश यात्रा पर केवल अपनी भाशा हि बोलते है जब्कि भारतीय नेता अग्रजी का एस्तमाल करते है माननीय पूर्व प्रधानमत्री अटल बिहारी जी ने संयुक्त राश्त्र संघ मे हिन्दी मे भाशण दे कर एक नयी मिसाल रखी है जिस्का हमे अनुसरण करना चाहिये।
अगर आप अपने विचार रखना चाहे तो आपका स्वागत है
Thursday 24 July, 2008
Tuesday 22 July, 2008
संसद में दिखाई नोटों की गड्डिया
नई दिल्ली। राजग सांसदों ने मंगलवार को संप्रग सरकार पर खरीद-फरोख्त के गंभीर आरोप लगाते हुए लोकसभा में नोटों की गड्डियां लहराई। इसके बाद सदन में हंगामा मच गया और उसकी कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
संसद में विश्वास मत में बहस के दौरान उस समय हंगामा मच गया जब मप्र के मुरैना से सांसद अशोक अर्गल ने सदन में नोटों की गड्डियां लहराना शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह धन उन्हे संप्रग सरकार के पक्ष में मत देने के लिए दिया गया है। उनके इस आरोप के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया और सभी सांसद अध्यक्ष के कुर्सी के पास जमा हो गए। इसके बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
संसद में विश्वास मत में बहस के दौरान उस समय हंगामा मच गया जब मप्र के मुरैना से सांसद अशोक अर्गल ने सदन में नोटों की गड्डियां लहराना शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह धन उन्हे संप्रग सरकार के पक्ष में मत देने के लिए दिया गया है। उनके इस आरोप के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया और सभी सांसद अध्यक्ष के कुर्सी के पास जमा हो गए। इसके बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
Monday 21 July, 2008
सिद्धू को हिंदी रत्न सम्मान
नई दिल्ली। जाने माने क्रिकेटर, समीक्षक और कमेंटेटर नवजोत सिंह सिद्धू को एक अगस्त को राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन की जयंती पर हिंदी का देश-विदेश में प्रचार-प्रसार करने के लिए 11 वें 'हिंदी रत्न सम्मान' से सम्मानित किया जाएगा।
हिंदी भवन के सूत्रों के अनुसार नवजोत सिंह सिद्धू को एक अगस्त को राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन की जयंती पर हिंदी को देश-विदेश में प्रचार व प्रसार करने के लिए 11 वें 'हिंदी रत्न सम्मान' से सम्मानित किया जा रहा है।
अगर आप अपने विचार रखना चाहते है तो कमेंट करे ।
Subscribe to:
Posts (Atom)